झूठी कहानी
अस्र का वक़्त है या शायद उस के कुछ बाद का। मग़रिब…
अस्र का वक़्त है या शायद उस के कुछ बाद का। मग़रिब…
उस की पैदाइश वक़्त से पहले हुई। दाई ने ला कर बाप…
आलू और कद्दू सवेरे-सवेरे आ गए। मैं छत पर सो रहा था।…
“इस से अच्छा तो ये है कि डांसिंग स्कूल खोल ले। और…
जब कभी बैठे बिठाए, मुझे आपा याद आती है तो मेरी आँखों…
आपी कहा करती थी, सुनहरे, समय समय की बात होती है। हर…